पिछले साल बॉर्डर पर पाकिस्तान की गोलाबारी से लड़ते हुए भारतीय सेना के 62 जवान देश के लिए कुर्बान हो गए. हमारी सेना ने पाकिस्तान के 138 जवानों को मार गिराकर बदला भी लिया. लेकिन सवाल ये है कि सेना तो अपने जवानों का बदला ले लेगी. क्या हम एक देश के तौर पर पाकिस्तान से फाइनल फैसला करने के लिए तैयार हैं?