झारखंड के चुनावी नतीजों ने बता दिया है कि बीजेपी के चुनावी सफर में अब कांटे ही कांटे हैं. जिस बीजेपी को मोदी-शाह युग में पिछले पांच-छह साल से चुनावी जीत की गारंटी माना जाता था, उसके लिए जीत की गारंटी और वारंटी खत्म होती दिख रही है. झारखंड में जिस तरह से बीजेपी बुरी तरह हारी है. उससे ये साफ दिख रहा है कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के सामने अब ये संकट है कि वो कौन सी रणनीति अपनाए. क्योंकि राज्यों के लिए उसकी हर रणनीति पिछले एक साल में हर जगह ध्वस्त हुई. 2018 के दिसंबर से लेकर अब तक झारखंड पांचवा ऐसा राज्य बना है जहां पर बीजेपी सत्ता से बाहर हुई है. देखें खबरदार.