हमने ख़बरदार में दो दिन पहले ही आपको बता दिया था कि बीजेपी ने कर्नाटक में बड़ा रिस्क लिया है, जिसमें 15 मई के बाद से चल रही नाटकीय राजनीति में अगर बीजेपी जीत भी जाती तो भी उसकी किरकिरी तय थी. हार जाने पर तो फजीहत निश्चित ही थी. वही आज हुआ. जब कर्नाटक बीजेपी के नेता बीएस येदियुरप्पा ढाई दिन ही सीएम रह पाए लेकिन बात सिर्फ कर्नाटक की नहीं है. बात अब कर्नाटक से 2019 के लिए नए चैलेंज की है जिसको बीजेपी बड़ा आसान मान कर चल रही थी. विपक्ष को कर्नाटक से एक नया जीवनदान मिला है जिसमें उनके लिए सीधा मैसेज है कि अगर वो आक्रामक बीजेपी से उसी के अंदाज़ में लड़े तो बीजेपी को उसी के खेल में हराना बहुत मुश्किल नहीं है कर्नाटक में नंबर ना होने के बावजूद बीजेपी ने क्यों पिछले पांच दिन का तमाशा किया और इससे उसे क्या हासिल हुआ. कांग्रेस ने किस तरह से कर्नाटक में बीजेपी को ऐसी फाइट दी. जिसे बीजेपी बहुत दिनों तक याद रखेगी. कैसे बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक की राजनीति के ट्रैजडी किंग कहे जा रहे हैं. जो सीएम की कुर्सी पर बैठकर भी गिर जाते हैं. इन सभी सवालों का आज हम ख़बरदार में विश्लेषण करेंगे. लेकिन उससे पहले आपको दिखाते हैं कि कैसे कर्नाटक के नंबर गेम में बीजेपी की हार में यूपी-बिहार से लेकर बंगाल तक विपक्ष अपनी जीत देख रहा है और 2019 की उम्मीदें खिली हुई देख रहा है.