प्रधानमंत्री मोदी का अब तक का सबसे मुश्किल कूटनीतिक टेस्ट होने वाला है. जो न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप में भारत के एडमिशन से जुड़ा है. न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप यानी एनएसजी में भारत ने 12 मई को मेंबरशिप के लिए अप्लाई किया था. जिस पर इसी महीने फैसला होने वाला है. भारत के लिए एनएसजी की सदस्यता क्यों जरूरी है. इसका विश्लेषण खबरदार में.