4 और 5 सितंबर को 20 पार्टियों के 26 सांसदों की सर्वदलीय टीम जम्मू-कश्मीर गई थी और वहां पर राजनैतिक दलों सहित 30 से ज्यादा संगठनों के करीब 300 लोगों से बातचीत की गई थी. सर्वदलीय टीम ने बुधवार को दिल्ली में मीटिंग की, जिसके बाद एक आवाज निकली कि देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं होगा.