एक तरफ सरकार कालेधन और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए एक के बाद एक कड़े फैसले ले रही है. वहीं, दूसरी ओर कालेधन को गुलाबी करने का खेल बदस्तूर जारी है.