महबूबा ने कहा कि कश्मीर के 95 फीसदी लोग अमन चाहते और बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन सिर्फ 5 फीसदी लोग अपने हितों के लिए गलत राह पर हैं. उमर सरकार के समय 2010 की एक घटना से 2016 की तुलना पर भड़की महबूबा ने कहा, 'प्लीज पुरानी घटना से तुलना मत कीजिए.'