कश्मीर को क्या हो गया ये कहते और समझते हुए तो कई दशक बीत गए हैं. लेकिन कश्मीर पर नीतियां तय करने वालों को क्या हो गया है, अब इसे जोर-शोर से कहने और समझने की जरूरत है. गुरुवार को पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या ने कश्मीर पर भारत की कन्फ्यूज नीति को एक बार फिर उजागर किया है. भले उनकी हत्या के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के सबूत साफ तौर पर मिले हैं. लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी बातें करने वाला भारत कभी कड़े ऐक्शन नहीं लेता. नतीजा होता है किसी शुजात बुखारी जैसी आवाज का गला घोंट देना. देखें वीडियो