जब करतारपुर कॉरिडोर खुला था तो उसके नाम पर इमरान खान और पाकिस्तान ऐसी ड्रामेबाज़ी कर रहे थे कि जैसे सिखों का दुनिया में अगर कोई हमदर्द है तो वो सिर्फ इमरान खान और पाकिस्तान है. लेकिन ये ड्रामेबाज़ी आखिरकार कब तक उस पाकिस्तान का असली चेहरा छुपा सकती थी. जिस पाकिस्तान में किसी भी अल्पसंख्यक के लिए सम्मान से जीने की रत्ती भर भी जगह ना दी जाती थी और ना ही दी जाती है, शुक्रवार को ननकाना साहिब में जो कुछ हुआ है उसने पाकिस्तान का वही ज़ालिम चेहरा बेनकाब किया है. जिसके लिए पाकिस्तान दुनिया भर में बदनाम रहा है. इस पर देखें खबरदार.