भारत को मिले पहले राफेल की पूरे विधि विधान से पूजा खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी. इसमें राफेल पर ओम का चिन्ह बनाना, फूल-नारियल-अक्षत चढ़ाना, रक्षा सूत्र बांधना ये सब शामिल था. इस पर विवाद तब हो गया जब कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे तमाशा और दिखावा बता दिया. मल्लिकार्जुन खड़गे की बात का विरोध तो कांग्रेस के अंदर के ही कुछ नेताओं ने किया लेकिन तब तक बात आगे बढ़ चुकी थी.