समाजवादी पार्टी के भीतर बीते कई माह से जारी सियासी घमासान थमने के बजाय बढ़ता ही दिख रहा है. ऐसा लगता है जैसे पार्टी दो धड़ों में टूट जाएगी. समझौते कराने की कई कोशिशें अब तक नाकाम रही हैं. यह घमासान धीरे-धीरे पार्टी के सिंबल साइकिल तक पहुंच गया है. दोनों खेमे अपना-अपना पक्ष चुनाव आयोग के समक्ष रख चुके हैं और उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने इसे समाजवादी पार्टी की बिना वजह धींगामुश्ती करार दिया है.