scorecardresearch
 
Advertisement

जब साधुओं को पीट रही थी भीड़ पुलिस ने क्यों नहीं किया बल का प्रयोग?

जब साधुओं को पीट रही थी भीड़ पुलिस ने क्यों नहीं किया बल का प्रयोग?

पालघर में 2 निहत्थे साधुओं पर करीब 200 लोगों की भीड़ टूट पड़ी और इस हत्यारी भीड़ के सामने पुलिस भी ठंडी पड़ गई. निहत्थे साधुओं को घेरकर क्यों मार डाला गया और साधुओं को बचाने में पुलिस असमर्थ क्यों रही ? लॉकडाउन में साधु कहां जा रहे थे? और इसी लॉकडाउन में इतनी बड़ी हत्यारी भीड़ कहां से आ गई? इन सवालों के जवाब ढूंढना ज़रूरी है. पालघर की पूरी इनसाइड स्टोरी हम आपको समझाएंगे. ये घटना 16 अप्रैल की है और इसकी तस्वीरें विचलित करने वाली हैं. कोई सोच भी नहीं सकता कि जब पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है, लॉकडाउन में है तब इस दौरान भी किसी की लिंचिंग हो सकती है. दुख की बात ये है कि इन तस्वीरों में हत्यारी भीड़ आत्मविश्वास से भरी हुई है और पुलिस एकदम निष्क्रिय है. वीडियो देखकर ऐसा लगता है कि पुलिस भीड़ को सामने देखकर एकदम ठंडी पड़ गई. पुलिस को जिन साधुओं की रक्षा करनी थी, उन्हीं साधुओं को उसने भीड़ के सामने छोड़ दिया.

Advertisement
Advertisement