लोकसभा में वक्फ़ संशोधन बिल पेश होने वाला है. सरकार ने 8 घंटे चर्चा का प्रस्ताव रखा है, जबकि विपक्ष 12 घंटे चर्चा चाहता है. बिल को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष में मतभेद हैं. कुछ लोग इसे मुसलमानों के खिलाफ बता रहे हैं, जबकि सरकार इसे पारदर्शिता के लिए जरूरी मान रही है. जेडीयू सहित कई दलों का रुख अभी स्पष्ट नहीं है.