आख़िर आज वो दिन आ ही गया जब यासीन मलिक को अपने गुनाहों की सज़ा मिल गई. कश्मीर में आतंकवाद फैलाने के लिए टेरर फंडिग से लेकर से लेकर आतंकी साजिश रचने तक के 9 मामलों में दिल्ली की स्पेशल NIA कोर्ट ने यासीन मलिक को उम्र कैद की सज़ा सुनाई है. 56 साल के यासीन मलिक को अब आख़िरी सांस तक जेल में रहना होगा. बता दें कि अपने बचाव में यासीन मलिक ने खुद को महात्मा गांधी का अहिंसक उपासक बताया लेकिन जज के सामने इस पैंतरे ने काम नहीं किया. इसके पीछे यासीन मलिक की रणनीति को भी समझना चाहिए. देखें खबरदार.
Separatist leader Mohammad Yasin Malik was sentenced to life imprisonment by a Delhi court on Wednesday, May 25. He was convicted under relevant sections of the Unlawful Activities (Prevention) Act.