अक्सर ऐसा होता है कि जब हमारी ख्वाहिशें पूरी नहीं होती हैं, या फिर जब हम किसी काम में सफल नहीं होते, तो मन में हीन भावना बैठ जाती है. लेकिन इसके पीछे कुछ ज्योतिषीय कारण भी होते हैं.