हमारे विचारों, कल्पनाओं और कर्मों का सीधा संबंध हमारे जीवन से है. हमारा सीधा कंट्रोल इन पर है. बाहरी स्थितियों पर हमारा कंट्रोल हो या न हो लेकिन अपने विचारों पर तो कंट्रोल कर ही सकते हैं.