हमारे पुरानी ऋषि मुनियों ने कहा था- जैसा अन्न, वैसा मन. यानी हम जैसा खाना खाते हैं उसका वैसा ही असर हमारे ऊपर पड़ता है. भोजन का चुनाव हमारी ग्रह दशा और मनोवृत्ति को दर्शाता है.