अपनी तारीफ सुननी किसी को भी अच्छी लगती है लेकिन अपनी आलोचना सुनना किसी को भी पसंद नहीं. लेकिन आप कभी आलोचनाओं के डर से अपने मार्ग से ना भटकें. मोटिवेटर नवीन मिश्रा से जनिए कि आलोचनाओं से आप ताकत कैसे पा सकते हैं.