बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार रखें उन्हें भविष्य के लिए तैयार करें. बच्चों को जरूरत के अनुसार भौतिक सुविधाएं दें, उन्हें अपने त्याग से भी अवगत कराएं.