लोग खुशी को भौतिक चीजों में तलाशते हुए कर्ज ले लेते हैं. भौतिक सुख को पाने की होड़ में कर्ज लेते हैं, फिर कर्ज चुकाने के स्ट्रेस में फंस जाते हैं. ऐसे में बहुत जरूरी है कि हम छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूंढ़े.