जब सत्य अपने सबूतों के साथ सरकार से उसके तथ्य का हिसाब मांगने लगे, जब सरकार विश्वसनीयता के सवालों में घिर जाए और संसद जवाब मांगने लगे तो यही होता है क्रांतिकारी, बहुत क्रांतिकारी. हमें गर्व है कि आजतक की दो दो खबरों का क्रांतिकारी असर हुआ है. पहली खबर ये कि इराक से हमारी ये ग्राउंड रिपोर्ट कि जिस जेल में अगवा भारतीयों के होने का दावा सरकार कर रही है वो जेल कहीं है ही नहीं और दूसरी ये कि कश्मीर में हुर्रियत के नेता पाकिस्तान की फंडिग पर दहशत का कारोबार चला रहे हैं. मोसुल के मामले में आज संसद में जमकर हंगामा हुआ और सरकार को जवाब का वादा करना पड़ा. दूसरी खबर में एनआईए ने आजतक के ऑपरेशन पर मुहर लगाते हुए हुर्रियत के सात नेताओं को गिरफ्तार कर लिया