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क्रांतिकारी बहुत क्रांतिकारी: मस्जिद धमाके का कोई कसूरवार नहीं मिला

क्रांतिकारी बहुत क्रांतिकारी: मस्जिद धमाके का कोई कसूरवार नहीं मिला

हैदराबाद के मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस में एनआईए कोर्ट ने ने 11 साल बाद आज सभी आरोपियों को बरी कर दिया. कोर्ट ने कहा कि एनआईए के पास साजिश को साबित करने के लिए ठोस सबूत नहीं थे. इस मामले में आरएसएस के प्रचारक स्वामी असीमानंद को मुख्य आरोपी बनाया था. बीजेपी ने आरोपियों की रिहाई पर कांग्रेस को घेर लिया है. 18 मई, 2007 को हुए ब्लास्ट में 9 लोगों की मौत हो गई थी.

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