आम आदमी पार्टी अयोग्य हो चुके बीस विधायकों की सदस्यता पर फिर से अदालत की शरण में है. पार्टी ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगाई है कि चुनाव आयोग ने उसका पक्ष जाने बगैर एकतरफा फैसला दिया है. अयोग्यता को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद मनीष सिसोदिया ने एक खुली चिट्ठी भी लिखी है. वहीं केजरीवाल की पार्टी ने अंदर ही अंदर चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है.