महाराष्ट्र एक बार फिर से जातीय संघर्ष की आग में जल रहा है. दलितों और मराठों के दबदबे की लड़ाई पुणे से मुंबई तक फैल चुकी है. दरअसल भीमा कोरेगांव में पेशवाओं को हराने की 200वीं सालगिरह मनाने के लिए लगभग पांच लाख दलित जमा हुए थे. ब्राह्मण पेशवाओं को अंग्रेज सेना की ओर से महार दलितों ने हराया था. इसे लेकर दोनों जातियां आमने-सामने आ गईं. सूबे में सैकड़ों गाड़ियों में आग लगा दी गई है और लोग दहशत में हैं.