जो लोग जनता की बात करते हैं उन्हें जब जनता अपने विश्वास की ताकत देती है तो वो उसी विश्वास को कुचल देत हैं. संसद में तो आपने बार-बार इसे देखा होगा। लेकिन अब ये लत छोटे नेताओं को भी लग गई है. मेरठ नगर निगम की पहली कार्यवाही में जो हुआ है उसे देखने के बाद आपका ये यकीन कुछ और पुख्ता हो जाएगा कि नेता जनता के दुख-दर्द को मजाक समझते हैं.