आखिरकार दिल्ली पुलिस जिग्नेश मेवाणी को सभा करने से नहीं रोक पाई. हालांकि वो प्रधानमंत्री कार्यालय तक तो नहीं पहुंच पाए लेकिन हलचल उन्होंने अच्छी खासी खड़ी कर दी. कांग्रेस का समर्थन तो उन्हें था ही. आम आदमी पार्टी भी साथ खडी हो गई. जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शहला राशिद मंच पर थीं और देशद्रोह का मुकदमा झेल रहे उमर खालिद भी.