नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में भड़की हिंसा पर गृह मंत्रालय की नजर बनी हुई है. गृह मंत्री अमित शाह ने अब खुद कमान संभाल ली है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ-साथ दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमुल्य पटनायक के साथ भी वे संपर्क में बने हुए हैं. इससे पहले इस हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने बेहद सख्त टिप्पणी की है. कोर्ट ने कहा कि बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के लिए FIRदर्ज करनी चाहिए. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पुलिस अधिकारियों से भी पूछा कि उन्होंने FIR क्यों नहीं दर्ज की. दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में बेहद तल्ख टिप्पणी की. सुनवाई के दौरान जस्टिस मुरलीधर ने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट के रहते हुए 1984 के दंगे की घटना को दोहराने नहीं दिया जाएगा. देखिए क्रांतिकारी बहुत क्रांतिकारी.