ज्योतिषशास्त्र में सूर्य आत्मा का कारक माना गया है. सूर्य को रोज जल चढ़ाने से आत्मा की शुद्धि होती है और आत्मबल भी बढ़ता है. सूर्य को जल देने से शरीर ऊर्जावान बनता है और जीवन में सकारात्मकता आती है. सूर्य की किरणें शरीर में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करती है.