कभी खुशी की आशा, कभी गम की निराशा. कभी खुशियों की धूप और कभी हकीकत की छाया. कुछ खोकर पाने की आशा और यहीं जन्मदिन की परिभाषा. यदि आपको भी कोई समस्या है तो लटकन बाबा से जानिए उसका हल.