फल पाने की इच्छा पाने से पहले कर्म करने की योग्यता बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए. हम जैसा बोएंगा वैसा ही पाएंगे. इसलिए कहा जाता है कि अच्छे कर्म करो तो अच्छा ही मिलेगा.