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मैं भाग्य हूं.... झूठ बोलना पाप है....

मैं भाग्य हूं.... झूठ बोलना पाप है....

झूठ बोलना पाप है... आप सब यह तो बेहतर जानते होंगे.... लेकिन जब किसी की जिंदगी या मौत की बात हो, तो झूठ बोलना पाप नहीं है. आज के इस बदलते दौर में इंसान एक झूठ को छुपाने के लिए हजार झूठ बोलने को तैयार है. कभी अपनी गलती को छुपाने के लिए तो कभी दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए. लेकिन सच बोलने से किसी जान चली जाए. तो झूठ बोला ही बेहतर है.

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