मैं भाग्य हूंः कर्म से होता है भाग्य का निर्माण
मैं भाग्य हूंः कर्म से होता है भाग्य का निर्माण
तेज ब्यूरो
- नई दिल्ली,
- 13 अक्टूबर 2014,
- अपडेटेड 10:58 PM IST
भाग्य का निर्माण विधाता नहीं आपका कर्म करता है. आप कर्म करते हैं और उसका नतीजा निकलता है. और उसी नतीजे से संवरता है आपका भाग्य.
Mai Bhagya Hoo on tez