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मैं भाग्य हूं: ज्ञान का कभी अभिमान न करें

मैं भाग्य हूं: ज्ञान का कभी अभिमान न करें

सीखने की कोई उम्र नहीं होती. ज्ञान की न तो कोई सीमा है और न ही अंत. हर इंसान में कुछ न कुछ जरूर होता है. इसलिए सभी को सभी से सीखने की ललक होनी चाहिए.

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