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मैं भाग्य हूं: कर्म बिना भाग्य कहां रे!

मैं भाग्य हूं: कर्म बिना भाग्य कहां रे!

कर्म के बिना मुकद्दर कोई चीज नहीं होती. आप अच्छे कर्म भी करते हैं और बुरे भी. लेकिन क्या हमारे मन को हमेशा अच्छी और बुरी दोनों तरह की बातों को मन में बैठा लेना चाहिए या अप्रिय यादों को मन के किसी कोने में हमेशा के लिए दबा देना चाहिए. जानिए कर्म के फलसफे में कुछ अहम बातें.

mai bhagya hu 06 dec episode

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