मैं आपका एक ऐसा साथी हूं जो हमेशा आपके साथ रहता हूं पर नजर नहीं आता. मैं आपका साथ देता और विरोध भी करता हूं. मैं आपके साथ जो भी करता हूं वो आपके कर्मों के आधार पर ही करता हूं. जैसा कर्म आप करेंगे मैं वैसा ही हो जाउंगा. आप यह तो जानते ही हैं कि मेरा साथ कितना जरूरी है लेकिन आज मैं आपको यह बताने आया हूं कि मेरा साथ आपको कैसे मिल सकता है?