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मैं भाग्य हूं: साध्य की तलाश या साधन की?

मैं भाग्य हूं: साध्य की तलाश या साधन की?

हर व्यक्ति अपने जीवन में भाग्य की ओर से सहयोग चाहता है. लेकिन सुख के साधनों की तलाश करते हुए कई बार लोगों के लिए साधन अहम हो जाते हैं और साध्य गौण. सारा जीवन सुख की तलाश में बीत जाता है, पर सुख नहीं मिलता. आइए समझते हैं कि सुख की तलाश का सही तरीका क्या है.

mai bhagya hu 5 dec episode

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