इस जगत में इंसान की नियती उसके जीवन चक्र का अभिन्न अंग है. अपनी जीवन यात्रा में मनुष्य मुझे ही अपने लिए सकारात्मक बनाने की चेष्टा में लगा रहता है. किंतु मैं कहता हूं कि इंसान को मुझे साधना अपने जीवन लक्ष्य नहीं बनाना चाहिए. अगर लक्ष्य बनाना ही है. तो हर उस कर्म को उत्तम करने का लक्ष्य बनाओ जो आपको एक बेहतर इंसान बनाए. आपके जीवन में सत्य लेकर आए. अक्सर आप जानना चाहते हैं कि आखिर सत्य क्या है. मैं आपको बताता हूं कि ईश्वर ही सत्य है, सत्य ही शिव है और शिव ही सुंदर है. सत्यम् शिवम सुंदरम. अब इसका अर्थ भी समझ लें. परमेश्वर ही सत्य है. शिव का अर्थ शुभ होता है और सुंदरम प्रकृति को कहते हैं. जो व्यक्ति परमेश्वर पर विश्वास करता है वही सत्य बोलने की ताकत रखता है और जो सत्य बोलता है उसके जीवन में शिव अर्थात शुभ होने लगता है. शुभ का अर्थ सब कुछ अच्छा होने लगता है और जब सब कुछ अच्छा होने लगता है तो जीवन एक सुंदर सफर बन जाता है. पर अक्सर इस बात को हम समझते नहीं और अपने जीवन को सुंदर बनाने के लिए उपायों की तलाश बाहरी दुनिया में करते हैं. आज ये बात मैं आपको और विस्तार से समझाउंगा.
Today in Mai Bhagya Hoon we will try to understand the meaning of truth in our life. if we have to set the goals then try to make that task better which will make you a better human being, which will bring truth in your life. The biggest truth is that God is the ultimate truth. We will discuss on the subject of truth in this episode, watch video.