मैं हूं आपकी तकदीर आपका भाग्य. आप अक्सर सोचते होंगे भाग्य क्या है. आपके मन में विचार आता होगा, भाग्य का सिर्फ मनुष्य के जन्म से संबंध है. क्योंकि कोई इंसान जन्म से ही भाग्यशाली होता है और कुछ को तो ही बचपन से ही दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है. ये सवाल सदियों से चले आ रहे हैं. लेकिन इन सवालों के विवादों न जाकर मैं आपसे सिर्फ इतना ही कहुगां मनुष्य जो कुछ भी पाता है. वो उसके या किसी और के कर्मों का ही फल होता है.