मैं भाग्य हूं... मुझे ईश्वर की वाणी भी कहते हैं. पर आप कहते हैं आपके भाग्य में जो भी लिखा है. यानी आपके साथ जो कुछ भी घटित होता है. उसकी योजना भगवान ने पहले से ही तय कर रखी होती है. इस बात को गांठ बांध लीजिए ईश्वर हो या फिर मैं आपकी किसी भी परिस्थिति के पीछे कोई पूर्वनियोजित योजना नहीं होती. ये तो आपके कर्म होते हैं. जिनके फलस्वरुप आपको सुख और दुख मिलता है. ये बात आज मैं आपको एक कहानी के माध्य से समझाउंगा कैसे कर्म का प्रभाव आपके भाग्य पर पड़ता है.
In the episode of Mai Bhagya hoon, we give you some precious learnings and motivation for a good and successful life. Today we will try to understand with the help of a story that how our deeds shape destiny. Watch Mai Bhagya Hoon.