मैं भाग्य हूं लोग मुझे ईश्वर का रचा मानते हैं पर सच तो यह है मुझे ईश्वर नहीं बल्कि आप रचते हैं. आप जो कर्म आज करते हैं, उसी के परिणाम से आपका आने वाला कल बनता है. फिर मैं आपका भाग्य ईश्वर का रचा कैसे हुआ.