मैं भाग्य हूं... आपके कर्मों का लेखा-जोखा, मैं ही रखता हूं... आपकी सोच... आपका स्वभाव... यहां तक कि आपके व्यावाहर से भी मैं फलित होता हूं.... आप जैसा कर्म करते हैं... मैं वैसा ही फल देता हूं... संसार में कुछ लोग ऐसे भी हैं. जो भगवान की अराधना सांसारिक सुखों के लिए करते हैं. वो ईश्वर को बस इसलिए याद करते हैं बस उनकी जरुरतें पूरी हो जाएं. ऐसे लोगों को भी मैंने देखा है. जो पैसे और पोजिशन के दम पर दूसरों पर हुक्म चलाते हैं. लेकिन ऐसे लोग भी इस संसार में हैं जो मेहनत और ईमानदारी से थोड़ा ही कमाते हैं लेकिन भगवान से अपने लिए कुछ नहीं मांगते.
There are many people in this world who worship God just to get their materialistic wishes fulfill. And there are many people who earns less and do not ask for anything from God. Today in Mai Bhagya Hoon we will discuss about this. Watch video.