आज के समाज में इंसान कर्म बाद में करता है, उसके फल की चिंता पहले करता है. ये आदत बिल्कुल भी ठीक नहीं है, 'मैं भाग्य हूं' में जानिए अपना राशिफल और एक कहानी से पढ़िए अच्छाई का पाठ.