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मैं भाग्य हूं: परिश्रमी व्यक्ति अपना भाग्य-विधाता होता है

मैं भाग्य हूं: परिश्रमी व्यक्ति अपना भाग्य-विधाता होता है

मैं भाग्य हूं. आपकी तकदीर. लेकिन मैं आपका भाग्य होते हुए भी केवल भाग्य में भरोसा रखने की सीख नहीं देता. मैं तो आपको रोज जीवन में श्रम का महत्व बताता हूं. मैं रोज आपको कहता हूं कि जीवन में श्रम का विशेष महत्व है. परिश्रम ही जीवन की सफलता का रहस्य है. मानव जीवन में परिश्रम की महिमा असीम है. यही राजा को रंक और दुर्बल को सबल बना देती है. परिश्रमी व्यक्ति अपना भाग्य-विधाता और समाज का निर्माता होता है. जिस देश के लोग परिश्रमी होते हैं, वह राष्ट्र उतनी अधिक उन्नति करता है. पर आज मैं आपको जो कहानी सुनाऊंगा. वो जीवन में मेहनत ही नहीं बल्कि सही ढंग से मेहनत करने का ऐसा रास्ता आपको दिखाएगी कि आपका जीवन बदल जाएगा. लेकिन पहले आप जानिए कुछ राशियों का हाल.

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