इंसान अक्सर अपने जीवन को भाग्य पर छोड़ देते हैं. लेकिन भाग्य का सच तो यह है कि इंसान जैसे कर्म करता है, वैसा ही उसे फल भी मिलता है. यानी भाग्य कर्म प्रधान है और इंसान को सबकुछ छोड़कर बैठने की बजाय कर्म पर ध्यान देना चाहिए.
main bhagya hoon: daily astro of 21 november 2014