अपना भला चाहते हैं तो दूसरों का भला कीजिए. आपके कर्म ही आपके जीवन की सफलता और खुशहाली को तय करते हैं. यही भविष्य का असली आधार है. बेहतर आज से ही बेहतर कल का निर्माण होता है.