मैं भाग्य हूं, आप मुझे तकदीर, मुकद्दर, नसीब ना जाने कितने नामों से पुकारते हैं. आप मुझे चाहे जितने नामों से बुलाएं लेकिन हूं मैं एक ही. आपका भाग्य, जिसे संवारने के लिए आप करते हैं तमाम प्रयास. मैं आपके बारे में एक ही बात कहता हूं, कर्म करो, सिर्फ कर्म करो. कर्म करोगे तो किस्मत अपने आप संवर जाएगी.