आजकल की दौड़ती भागती जिंदगी में किसी को भी समाज के बारे में सोचने की फुर्सत नहीं लेकिन भाग्य को बेहतर बनाने के लिए समाजसेवा भी जरूरी है. भाग्य से ही जानिए अपने भाग्य का हाल.