अगर किसी के लिए आपने कुछ कर दिया तो यह धारणा बना लेना कि आपने यह सब किया है, गलत है. क्योंकि जो कुछ भी होता है या आप जो कुछ भी करते हैं वो सब सिर्फ और सिर्फ परमात्मा की मर्जी से होता है. आप तो सिर्फ एक जरिया मात्र हैं. करने वाला तो परमेश्वर है.