मैंने खदान से निकलते हुए सोने को देखा है. उसमें चमक नहीं थी. वो अग्नि में थपा. और चमकदार बन गया. ठीक उसी तरह जब आप भी खुद उस समय रुपी पत्थर के साथ कर्म के साथ घिसेंगे तो आपकी चमक भी दूर-दूर तक दिखेगी.