कई लोग भाग्य को ही सबकुछ समझने की भूल कर बैठते हैं और फिर जिंदगी भर रोते हैं कि उनका भाग्य उनका साथ नहीं दे रहा, मुकद्दर को तकदीर मान लेना गलत है.